Thursday, February 13, 2025
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Tajmahal Agra ताजमहल कहां है और किसने बनवाया तथा इसका इतिहास

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Tajmahal Agra ताजमहल, आगरा, भारत में स्थित, सफेद संगमरमर से बना एक शानदार मकबरा है। इसे मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी प्रिय पत्नी मुमताज़ महल की याद में 1632 में बनवाना शुरू किया था। इसका निर्माण 1653 में पूरा हुआ। यह स्मारक अपनी उत्कृष्ट वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, जो इस्लामी, फारसी, ओटोमन तुर्की, और भारतीय शैलियों के तत्वों को मिलाता है। ताजमहल एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और इसे प्रेम का प्रतीक और एक वास्तुकला का अद्वितीय नमूना माना जाता है।

दुनिया भर से आगंतुक ताजमहल की भव्यता देखने आते हैं, अक्सर इसके दिन के अलग-अलग समय पर बदलते रंगों को नोट करते हैं—सुबह के समय एक हल्की गुलाबी आभा, दोपहर में चमकदार सफेद और चांदनी में सुनहरा चमक। ताजमहल न केवल एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतिनिधित्व करता है बल्कि यह कवियों, कलाकारों और प्रेमियों को दुनिया भर में प्रेरित करता रहता है।

ताजमहल कहा है Taj Mahal khan hai

ताजमहल भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में यमुना नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। यह भव्य स्मारक आगरा किले से लगभग 2.5 किलोमीटर की दूरी पर है और यह गोल्डन ट्रायंगल पर्यटक सर्किट का हिस्सा है, जिसमें दिल्ली, आगरा और जयपुर शामिल हैं। यह स्थल सड़क, रेल और हवाई मार्ग से सुलभ है, जिसमें निकटतम हवाई अड्डा आगरा हवाई अड्डा है। आसपास का क्षेत्र पर्यटकों के लिए विभिन्न सुविधाओं और आवासों के साथ अच्छी तरह से विकसित है। यमुना नदी के किनारे ताजमहल का स्थान इसकी प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाता है, खासकर पानी में स्मारक के प्रतिबिंब के साथ, जो एक मनमोहक दृश्य बनाता है।

ताजमहल, जो भारत का एक प्रतिष्ठित प्रतीक है, न केवल मुगल वास्तुकला का एक अद्वितीय नमूना है बल्कि एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है। यह उत्तर भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक शहर आगरा में स्थित है, जो इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक पृष्ठभूमि में स्थित है।

ताजमहल, शाहजहाँ और मुमताज़ महल के अटूट प्रेम का प्रतीक है। इस स्मारक का केंद्रीय ढांचा एक बड़ा, सफेद संगमरमर का गुंबद है, जिसके चारों ओर चार छोटे गुंबद और चार पतले मीनारें हैं। पूरा परिसर एक विशाल मुग़ल बाग में स्थित है, जिसमें प्रतिबिंबित करने वाले तालाब और फव्वारे हैं, जो स्थल की सुंदरता को बढ़ाते हैं।

Tajmahal Agra का अंदरूनी हिस्सा भी उतना ही शानदार है, जिसमें संगमरमर में जड़े अर्द्ध-कीमती पत्थरों के साथ जटिल नक्काशी का काम किया गया है। दीवारों पर विस्तृत नक्काशी और सुलेख शामिल हैं, जिनमें कुरान की आयतें भी हैं। शाहजहाँ और मुमताज़ महल के समाधि स्मारक मकबरे के केंद्र में स्थित हैं, हालांकि उनकी असली कब्रें निचले कक्ष में हैं।

ताजमहल का दूसरा नाम क्या है? Tajmahal Agra

Tajmahal Agra आगरा का ताजमहल, जिसे “मोहब्बत का मक्का” भी कहा जाता है, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में स्थित है। यह विश्व प्रसिद्ध स्मारक मुग़ल सम्राट शाहजहाँ द्वारा अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनवाया गया था। ताजमहल का निर्माण 1632 में शुरू हुआ और 1653 में पूरा हुआ। यह सफेद संगमरमर से बना हुआ है और इसकी वास्तुकला इस्लामी, फारसी, ओटोमन तुर्की, और भारतीय शैलियों का अद्वितीय मिश्रण है।

Tajmahal Agra मुग़ल उद्यान

Tajmahal Agra ताजमहल एक विशाल मुग़ल उद्यान के बीच में स्थित है, जिसे चारबाग कहा जाता है। यह उद्यान चार हिस्सों में विभाजित है और इसमें सुंदर रास्ते, फव्वारे और प्रतिबिंबित करने वाले तालाब हैं, जो इस स्मारक की सुंदरता को और भी बढ़ाते हैं। ताजमहल का गुंबद और मीनारें इसके शिल्प कौशल और सौंदर्य का प्रतीक हैं।

ताजमहल को देखने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है, जब मौसम ठंडा होता है। पूर्णिमा की रात में ताजमहल का दृश्य और भी अद्भुत होता है, जब चांदनी में यह स्मारक सोने की तरह चमकता है।

 

 ताजमहल का इतिहास:Tajmahal Agra

taj mahal kisne banaya ताजमहल किसने बनाया 

ताजमहल, जिसे “प्रेम का स्मारक” भी कहा जाता है, का निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी प्रिय पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था। मुमताज़ महल की मृत्यु 1631 में एक बच्चे को जन्म देते समय हो गई थी। उनके निधन के बाद, शाहजहाँ ने उनकी स्मृति में एक ऐसा मकबरा बनवाने का संकल्प लिया जो पूरी दुनिया में अद्वितीय हो। ताजमहल का निर्माण 1632 में शुरू हुआ और लगभग 22 वर्षों में 1653 में पूरा हुआ।

Tajmahal Agra ताजमहल का डिजाइन और निर्माण कार्य

ताजमहल का डिजाइन और निर्माण कार्य मुख्य वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी के नेतृत्व में हुआ। इसके निर्माण में भारत, फारस, तुर्की और मध्य एशिया के हजारों कारीगरों, शिल्पकारों और मजदूरों ने हिस्सा लिया। सफेद संगमरमर राजस्थान के मकराना से लाया गया था, और कीमती और अर्द्ध-कीमती पत्थर एशिया के विभिन्न हिस्सों से मंगाए गए थे।

Tajmahal Agra ताजमहल का वास्तुशिल्प

ताजमहल का वास्तुशिल्प इस्लामी, फारसी, ओटोमन तुर्की, और भारतीय शैलियों का अद्वितीय मिश्रण है। मकबरे का केंद्रीय गुंबद और इसके चारों ओर के छोटे गुंबद, इसके चार मीनारें, और इसके चारबाग शैली का उद्यान सभी मिलकर इसकी अद्वितीयता और सुंदरता को दर्शाते हैं। ताजमहल की दीवारों पर कुरान की आयतें सुलेख में लिखी गई हैं, और जटिल जड़ाई कार्य इसमें चार चाँद लगाते हैं।

ताजमहल को 1983 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई। यह विश्व के सात आश्चर्यों में से एक है और हर साल लाखों पर्यटक इसे देखने आते हैं। ताजमहल का सौंदर्य, इसकी ऐतिहासिक महत्वता और इसके निर्माण की कहानी इसे दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और प्रिय स्मारकों में से एक बनाती है।

Tajmahal Agra ताजमहल का पूरा नाम

ताजमहल का पूरा नाम “मुमताज़ महल” है, जिसका फारसी में अर्थ “महल का ताज” होता है। हालांकि, इसे सामान्यतः ताजमहल के नाम से जाना जाता है। यह मकबरा मुग़ल सम्राट शाहजहाँ की प्रिय पत्नी मुमताज़ महल के सम्मान में नामित किया गया था।

ताजमहल, जिसे सामान्यतः ताज के नाम से भी जाना जाता है, अपनी अद्भुत सुंदरता और वास्तुशिल्पीय भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। “मुमताज़ महल” नाम अरजुमंद बानो बेगम को शाहजहाँ से विवाह के बाद दिया गया था, जिसका अर्थ है “महल की उच्चतम”।

मुमताज़ महल

शाहजहाँ की सबसे प्रिय पत्नी थीं, और उनकी असमय मृत्यु ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया। उनकी याद में, शाहजहाँ ने ताजमहल को उनके शाश्वत प्रेम के प्रतीक और उनकी सुंदरता और गरिमा को अमर बनाने वाले स्मारक के रूप में देखा।

Tajmahal Agra ताजमहल का निर्माण सावधानीपूर्वक योजना और कई कारीगरों और शिल्पकारों की विशेषज्ञता शामिल था। इसे पूरी तरह से सममित बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया था, जिसमें सफेद संगमरमर का मकबरा केंद्र में था। जड़ाई का जटिल काम, जिसे पिएत्रा डुरा के नाम से जाना जाता है, में कीमती और अर्द्ध-कीमती पत्थरों जैसे जेड, क्रिस्टल, फ़िरोज़ा और लैपिस लाजुली से बने फूलों के पैटर्न हैं। ताजमहल की दीवारों पर सुलेख में कुरान की आयतें, सुंदर लिपियों में उत्कीर्णित हैं।

ताजमहल का मुख्य गुंबद

Tajmahal Agra ताजमहल का मुख्य गुंबद लगभग 73 मीटर (240 फीट) की ऊँचाई तक उठता है और इसके चारों ओर चार छोटे गुंबद हैं। मंच के प्रत्येक कोने पर खड़ी चार मीनारें, मुख्य संरचना को भूकंप की स्थिति में बचाने के लिए थोड़ी बाहर की ओर झुकी हुई हैं।

ताजमहल परिसर में एक मस्जिद और एक अतिथि गृह

Tajmahal Agra ताजमहल परिसर में एक मस्जिद और एक अतिथि गृह भी शामिल है, दोनों को लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है, जो मकबरे के सफेद संगमरमर के साथ खूबसूरती से विपरीत है। चारबाग शैली में बिछाया गया उद्यान, स्वर्ग की इस्लामी अवधारणा का प्रतीक है और स्थल के शांत और भव्य माहौल को जोड़ता है।

ताजमहल का बाहरी दृश्य:

Tajmahal Agra का बाहरी भाग अपनी अद्वितीय और भव्य वास्तुकला के लिए विश्व प्रसिद्ध है। सफेद संगमरमर से निर्मित, इसका बाहरी हिस्सा जटिल नक्काशी और सुंदर जड़ाई कार्य से सुसज्जित है। मुख्य मकबरे के चारों ओर चार ऊंची मीनारें स्थित हैं, जो इसकी सुंदरता को और बढ़ाती हैं। ये मीनारें थोड़ा बाहर की ओर झुकी हुई हैं, ताकि भूकंप आने की स्थिति में ये मुख्य संरचना पर न गिरें।

मुख्य प्रवेश द्वार

मुख्य प्रवेश द्वार, जिसे “दरवाज़ा-ए-रौज़ा” कहा जाता है, एक भव्य संरचना है जो लाल बलुआ पत्थर से बनी है और सफेद संगमरमर की जड़ाई से सजाई गई है। प्रवेश द्वार से अंदर जाने पर एक विशाल चारबाग (मुगल शैली का बगीचा) दिखाई देता है, जिसमें पानी के फव्वारे और प्रतिबिंबित करने वाले तालाब हैं।

Tajmahal Agraकी दीवारों पर सुंदर इस्लामी सुलेख अंकित हैं, जिसमें कुरान की आयतें शामिल हैं। संगमरमर पर की गई जड़ाई में अर्द्ध-कीमती पत्थरों का उपयोग किया गया है, जिनसे फूलों के पैटर्न बनाए गए हैं।

ताजमहल का मुख्य गुंबद एक विशाल प्याज के आकार का है, जो इसकी पहचान है। इसके चारों ओर चार छोटे गुंबद हैं, जो इसे संतुलित और सममित बनाते हैं। ताजमहल का पूरा ढांचा एक ऊँचे मंच पर स्थित है, जिससे यह और भी भव्य प्रतीत होता है।

 

ताजमहल का आंतरिक दृश्य:

Tajmahal Agra का आंतरिक हिस्सा उतना ही शानदार और भव्य है जितना कि उसका बाहरी हिस्सा। मुख्य मकबरे के अंदर शाहजहां और मुमताज़ महल के नकली कब्रें स्थित हैं। असली कब्रें निचले स्तर पर हैं। नकली कब्रें एक जटिल संगमरमर की जाली (झरोखा) से घिरी हुई हैं, जिसमें खूबसूरत फूलों के डिजाइन बने हुए हैं।

Tajmahal Agra के अंदरूनी हिस्से में दीवारों और गुंबदों पर की गई जटिल जड़ाई का काम अद्वितीय है। इस जड़ाई में अर्द्ध-कीमती पत्थरों का उपयोग किया गया है, जिनसे विभिन्न प्रकार के फूलों और ज्यामितीय आकृतियों के डिजाइन बनाए गए हैं। संगमरमर की दीवारों पर कुरान की आयतें सुलेख में अंकित हैं, जो इसकी धार्मिक महत्ता को दर्शाती हैं।

ताजमहल का बगीचा:

Tajmahal Agra का बगीचा, जिसे चारबाग के नाम से जाना जाता है, मुग़ल बागवानी शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह बगीचा ताजमहल के सौंदर्य को और भी बढ़ाता है और इसे एक शांतिपूर्ण और रमणीय वातावरण प्रदान करता है। चारबाग का डिज़ाइन इस्लामी स्वर्ग की अवधारणा पर आधारित है और इसे चार मुख्य भागों में विभाजित किया गया है।

बगीचे के मध्य में एक लंबा जलकुंड (पानी का तालाब) है, जिसमें पानी के फव्वारे लगे हुए हैं। यह जलकुंड ताजमहल के प्रतिबिंब को दर्शाता है, जिससे इसकी सुंदरता और भी निखर जाती है। बगीचे में चारों ओर हरे-भरे लॉन, फूलों की क्यारियाँ और छायादार पेड़ हैं, जो इसे और भी रमणीय बनाते हैं।

ताजमहल की ऑफिसियल वेबसाइट के लिए यंहा क्लिक करे

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