हनुमान चालीसा Hanumal Chalisa के बारे में सब जानते हैं लेकिन क्या आपको हनुमान चालीसा याद है, क्या आपको हनुमान चालीसा पूरी आती है, तथा क्या आप हनुमान चालीसा हमेशा पढ़ते हैं , हनुमान चालीसा पढ़ने से आपको क्या फायदा होता है ,में मैं आपको बताऊंगा कि हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या फायदा होता है और हनुमान चालीसा का पाठ कैसे करें कितना करें और हनुमान चालीसा की यहां पर दी गई है
मंगलवार हनुमान जी का वार होता है और कहते हैं कि हनुमान जी संकट मोचन होते हैं इसलिए मंगलवार के दिन सुबह हनुमान जी की हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए जैसे इंसान में किसी प्रकार की कोई संकट संकट नहीं आवे ताजा कोई संकट हो तो उसको हनुमान जी दूर करने में मदद करते हैं
हनुमान चालीसा Hanuman Chalisa
दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज निजमनु मुकुरु सुधारि।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
रामदूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महावीर विक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी।।
कंचन वरन विराज सुवेसा।
कानन कुण्डल कुंचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
काँधे मूँज जनेऊ साजै।
शंकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग वन्दन।।
विद्यावान गुणी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर।।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
विकट रूप धरि लंक जरावा।।
भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीशा।
नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते।
कवि कोविद कहि सके कहाँ ते।।
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राज पद दीन्हा।।
तुम्हरो मंत्र विभीषन माना।
लंकेश्वर भये सब जग जाना।।
जुग सहस्र योजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डरना।।
आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम वचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा।
तिनके काज सकल तुम साजा।
और मनोरथ जो कोई लावै।
सोई अमित जीवन फल पावै।।
चारों युग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु-संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस वर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुम्हरे भजन राम को भावै।
जनम-जनम के दुख बिसरावै।।
अन्त काल रघुबर पुर जाई।
जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेई सर्व सुख करई।।
संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जै जै जै हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहिं बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा।।
दोहा
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
हनुमान चालीसा के फायदे Hanumal Chalisa
हनुमान चालीसा से आत्मविश्वास में वृद्धि
जब आप कोई भी काम करते हैं और आप बिना आत्मविश्वास के करते हैं तो वह काम नहीं के बराबर होता है यदि आप कोई भी काम करोगे और आत्मविश्वास से करोगे तो वह काम सफल होगा Hanumal Chalisa का पाठ करने से आत्मविश्वास की वृद्धि होती है और यह आत्मविश्वास आपको सफलता की ओर ले जाएगी तो हनुमान चालीसा से पाठ करने से आत्मविश्वास की बहुत बड़ी होती है आत्मविश्वास के इस आदमी के पास आते विश्वास होता है वह आदमी कोई सा भी काम आसानी से कर सकता है
डर से मुक्ति
हनुमान चालीसा का पाठ करने से नहीं लगता है डर नहीं लगता है और जो डर से मारा हुआ रहता है उसका शरीर भी काम नहीं करता इसलिए आदमी का सबसे बड़ा दुश्मन डर होता है नरेंद्र का डर होता है शरीर के अंदर किसी चीज को लेकर गए हो जाता है तो भेज जब होता है तो आदमी कुछ नहीं कर पाता अतः हनुमान चालीसा का पाठ करने से आदमी को डर से मुक्ति मिलती है
सफलता आसानी से मिल जाती है
कहते हैं Hanumal Chalisa का पाठ करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और सफलता मिल जाती है हनुमान चालीसा का पाठ करने से आदमी का विचार सही होते हैं और सोच दिमाग रहता है जिसे सफलता आसानी से मिलती है
मन शांत रहता है
हनुमान चालीसा का पाठ करने से मन शांत रहता है आदमी का मन चंचल होता है जब आदमी का मन शांत होता है तो कोई भी काम करोगे तो वह अच्छी तरह से कर पाएंगे इसलिए हनुमान चालीसा से मन शांत रहता है
सकारात्मकता
आदमी जैसा सोचेगा ऐसा ही करेगा इसका मतलब है कि आज भी जैसे सकारात्मक सोच लेगा तो उसका परिणाम भी सकारा मत होगा आधा हनुमान चालीसा का पाठ करने से आदमी में सकारात्मक विचार आते हैं
मनोकामनाएं पूर्ण होती है
कहते हैं अनुमान चालीसा का पाठ करने से आदमी की जो मनोकामना होती है वह पूर्ण होती है
स्वास्थ्य सही रहता है
हनुमान चालीसा का पाठ करने से आदमी का स्वास्थ्य सही रहता है शासकीय में जब रोग नहीं होगा तो आदमी का मन भी सही काम करेगा और मन काम करेगा तो आदमी का सफलता निश्चित तौर पर मिलेगी
हनुमान चालीसा पाठ की विधि Hanumal Chalisa
मंगलवार के दिन सुबह उठ कर नहा धोकर अच्छे कपड़े धोए हुए पहन के आसन लगाकर हनुमान जी की मूर्ति के सामने बैठ जाए और हनुमान जी के सामने एक पानी का कलश रखे और हनुमान चालीसा का जाप करें
Hanumal Chalisa का जाप करते समय स्वर्ण सब संपूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखें हनुमान जी को संस्था बहुत पसंद है इसलिए स्वच्छता का ध्यान रखें और हनुमान जी को मंगलवार के दिन प्रसाद चढ़ा है मंगलवार के दिन हनुमान जी को प्रसाद का भोग लगाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें जिससे फायदा मिलता है
हनुमान जी को चमेली का तेल और श्रृंगार करें हनुमान जी को यह चढ़ते हैं